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"Cogito Egro Sum"

This latin quote by Rene Descartes means - I think therefore I am. Hello reader, I am Sahil Gupta. I hope the content here strikes your intellectual bones and helps you expand your point of view and knowledge over various issues.

 

Latest Posts

Opinion

Am I tolerant??

Everyone is debating on whether the nation is tolerant or intolerant! It Seems that the ones who claim nation is tolerant are themselves getting intolerant by seeing people saying them intolerant. and the irony is that the other section who…

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कविताएं

ऐ राही ।।

  ऐ राही.. भरोसा रख खुद पर.. ये दिन भी ज़रूर बदलेंगे । चाहे कितने ही तूफ़ान आएँ.. ये दुःख के बादल भी ज़रूर छंट लेंगे ।।   ऐ राही.. हवाएँ तो डराएंगी.. उनसे ना भयभीत हो । डट कर…

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कविताएं

चलता जा, चलता जा।।

चलता जा चलता जा। रुकना तेरा काम नहीं।। रुकेगा तू जहाँ । मिलेगी तुझे हार वहीं।। रुकते वो हैं जो डर जातें हैं। डरते वो हैं जो मर जातें हैं।। तुझे तो जीते जाना हैं। मरना तेरा काम नहीं।। तू…

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कविताएं

शुक्रिया माँ ।।

कही खो गया था राह में ..कही खो गया था चाह में । आस पास की ख़बर ना थी.. सुलझी अपनी डगर ना थी ।। ख्याल लाखों मन को सतातें.. दुखों की दास्तान हमें सुनाते । ख़ुद पर भरोसा ही…

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कविताएं

सवाल ही सवाल है

सवाल ही सवाल है.. कही कोई आस नहीं .. जाता रहा सब दूर .. अब कुछ भी पास नहीं..   क्यों हम इस दुनिया में आते है .. क्या हम आकर पाते है ..   क्यों जो दिल के सबसे…

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